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Posted on Feb 28, 2023 | By Dr. AMIT BHUSHAN SHARMA
यह सारे लक्षण दिल की खराबी के लिए गिने जा सकते हैं।
अगर आपको छाती के आस पास दर्द होता है, तो ये जरूरी नहीं है कि वो दिल की बीमारी ही हो। अगर आप कहते हैं कि छाती के ऊपर दर्द हो रहा है या नीचे दर्द हो रहा है तो वह दिल की बीमारी नहीं है। दिल की बीमारी होने पे ऐसा महसूस होता है जैसे की दिल पे एक या दो किलो वज़न रखा हुआ हैं। अगर आप चलेंगे तो ये दर्द बढ़ जाएगा, और बैठेंगे तो ये दर्द कम हो जाएगा। और ये बजन आपके गले पर, दोनों बाजू पर, पीठ पर जा सकता है और आपको पसीना, घबराहट, बेचैनी जैसे लक्षण महसुस हो सकते हैं। डायबिटीज के मरीज़ या महिलाएं, खासकर बृद्ध महिलाओ, में निम्मन लक्षण पाए जाते है. जैसे कि नसो का सुन होना, एसिडिटी होना, घबराहट होना, बेचैनी होना और सांस लेने में तकलीफ होना। मरीज को कई बार ऐसे लक्षण भी आते हैं जैसे की पहले उनको 1 किमी चलने में कोई परेशानी नहीं होती थी पर अब 100 मीटर चलने के बाद ही सांस की तकलीफ होने लगती है, तो ये सब लक्षण दिल के बीमारी के है। और जैसे ही अगर आपको यह लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत आप अपने कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर (दिल के डॉक्टर) से मिलिए।
नॉन मोडिफिएबल का मतलब होता है जिसको आप बदल नहीं सकते। जैसे की पारिवारिक इतिहास। अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक 60 साल से पहले आया हैं, तो आपको हार्ट अटैक होने की संभावना है 3 गुना ज़्यादा बढ़ जाती है और इसके बड़े कारक है:
अगर आपका ईसीजी टेस्ट असामान्य है तो इसका मतलब आपको हार्ट अटैक हुआ है। असामान्य ईसीजी टेस्ट का मतलब है कि आप स्टेज तीन में है, लेकिन ऐसा भी कई बार होता है कि ईसीजी सामान्य है लेकिन फिर भी मरीज को दिल में ब्लॉकेज होती है या दिल की दिक्कत होती है। तो इसका मतलब है कि आप स्टेज दो में है यानी की हार्ट अटैक होने की संभावना है। इसके लिए आपको स्ट्रेस इको, स्ट्रेस टेस्ट या टीएमटी टेस्ट कर।ना फायदेमंद रहेगा।
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको दिल की बीमारी है या नहीं? तो आप डॉक्टर के दिशानिर्देश ईसीजी के अलावा सीटी (CT) कैल्शियम स्कोरिंग का टेस्ट भी करवा सकते हैं. इस टेस्ट की मदद से आप देख सकते हैं कि आपको कोई ब्लॉकेज है या नहीं।
एंजियोग्राफी - ये एक एक्स-रे परीक्षण है जिसमें एक नस या धमनी के अंदर रक्त के संचलन की स्पष्ट तस्वीरें लेने के लिए एक कैमरे के साथ एक डाई का उपयोग करते हैं।
एंजियोग्राफी तीन प्रकार की होती है:
सीटी एंजियोग्राफी सीटी स्कैन की तरह देखी जाती है। मिनी एंजियोग्राफी आपके कलाई के द्वारा छोटी सूई डाल कर चेक किया जाता है। और मेजर एंजियोग्राफी की जांच आपकी जांघ के द्वारा की जाती है। मेजर एंजियोग्राफी की आवश्यकता ज्यादातर नहीं पड़ती है, ज्यादातर हम मिनी एंजयोग्राफी के द्वारा ही जानकारी ले सकते हैं और अगर कोई ब्लॉकेज 70% से ज्यादा है तो मिनी एंजियोग्राफी के द्वारा, कलाई के द्वारा हम वायरिंग, बलूनिंग, स्टैंटिंग कर सकते हैं। आजकल नए साधन आ गए है जिसमें, हम स्टेंट डालना टाल भी सकते हैं, जैसे की ड्रग एल्यूटिंग बुलेट्स या शॉक वेव लिथोट्रिप्सी।
हां दिल के स्वास्थ्य की जांच घर पर की जा सकती हैं। ये निम्नलखित 5 चीज़ों का ध्यान में रख कर हार्ट स्ट्रोक को रोका जा सकता है:
अगर ये 5 चीजे नियंत्रण में हैं, तो 90% उम्मीद है कि आपको ब्रैन स्ट्रोक, हार्ट स्ट्रोक नहीं होगा।
हार्ट फेलियर का मतलब होता है, कि आपके दिल की पंपिंग 35% से कम हो गई है। अगर आपके हार्ट की पंपिंग 35% से कम हो गई है, तो ये निम्न तीन लक्षण दिखाई देती हैं: