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Posted on Dec 29, 2022 | By Dr. Poonam Banka
उच्च जोखिम गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी) क्या होती हैं?
माँ बनने का जो अति आह्लाद होता है मतलब वह बहुत ही सुखद क्षण होता है, जब कोई औरत माँ बनती है और एक स्वस्थ सफल बच्चे को जन्म देती है। तब वह एक बहुत ही संतोषप्रद अनुभव होता है और यह अनुभव हर एक महिला अपनी ज़िंदगी में करना चाहती है। कभी ऐसा होता है कि किन्हीं भी कारणों से या तो महिला में कुछ ऐसी विकृतियाँ हैं या कोई बीमारियाँ हैं या कोई ऐसी जीवनशैली की समस्याएँ हैं या प्रेगनेंसी के दौरान उत्पन्न हो जाने वाली समस्याएँ हैं जिसकी वजह से यह प्रेगनेंसी एक हाई-रिस्क प्रेगनेंसी में बदल जाती है।
उच्च जोखिम गर्भावस्था के जोखिम कारक:-
अगर कोई भी पानी की थैली की समस्या होती है जिसमें पानी की थैली कभी फट जाती है और कभी-कभी लीक करने लगती है, कभी उसमें पानी कम होता है या ज़्यादा होता है। इस तरह कई सारी प्रॉब्लम की वजह से महिला को हाई रिस्क प्रेगनेंसी होती है।
हाई रिस्क प्रेगनेंसी के जोखिम क्या होते हैं?
हाई रिस्क प्रेगनेंसी के जोखिम होते हैं जैसे कि शिशु में जन्मजात विसंगतियाँ पैदा हो सकती हैं। अगर गर्भधारण के समय कुछ नॉर्मल नहीं हो जैसे की अगर डायबिटीज़, हाइपर टेंशन या फिर थायराइड की प्रॉब्लम हो तो फ़िर ऐसी महिला के गर्भस्थ शिशु में जन्मजात विसंगतियाँ पैदा हो सकती हैं। हृदय संबंधी समस्या हो सकती हैं। हाई रिस्क प्रेगनेंसी के कारण और कई समस्याएँ जैसे समयपूर्व प्रसव भी हो सकता है या फिर शिशु की ठीक से बढ़त नहीं होने से लो बर्थ वेट का शिशु हो सकता है। कई बार गर्भावस्था के दौरान, मरीज़ में पोषाहार की कमी होती है। उसमें भी कई तरह की विकृतियाँ आ जाती हैं। प्रसव संबंधी जटिलताएँ भी हो सकती हैं। अगर पहले से मेम्ब्रेन रप्चर (झिल्लियों का समय से पहले टूटना) हो गया है या प्लेसेंटा प्रीविया है तो ब्लीडिंग हो सकती है और प्रसव के दौरान अनियमित प्रसव हो सकता है।
हम कैसे पहचान सकते हैं कि हमें हाई रिस्क प्रेग्नेंसी है?
इसके लिए दो तरह का उपाय है पहला तो यह कि हर प्रेगनेंसी प्लांड होनी चाहिए। सुनियोजित होनी चाहिए। महिला ये जानने की कोशिश करती है कि अगर इतना ही रिस्क है तो इसके बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं? अब बचाव के उपाय भी बहुत सारे हैं। महिलाएं अपनी जीवन शैली में बदलाव ला सकती है जैसे की अल्कोहल या शराब न लेना, सही और उत्तम पोषाहार लेना, बैलेंस डाइट (संतुलित आहार) खाना और समय पर आराम करना, एक्सरसाइज करना, एक्टिव रहना और अपने आप को फ़िट रखना, पर्याप्त पानी का सेवन करना, भरपूर नींद लेना और शारीरिक और मानसिक रूप से आराम करना।
उच्च जोखिम गर्भावस्था के लिए उपचार के क्या विकल्प होते हैं?
अब इसका क्या इलाज है? जो कारण होंगे उसी हिसाब से इसका इलाज होगा। विशेषज्ञ चिकित्सक की देखरेख में हम इस तरह की प्रेगनेंसी को एक सफल डिलीवरी में बदल सकते हैं और गर्भधारण के दौरान भी अगर प्रसव पूर्ण जाँच नियमित रूप से कराई जाए तो होने वाली किसी भी विसंगतियों को समय पर पकड़ा जा सकेगा और उसका ठीक से इलाज करके जोखिम को कम किया जा सकेगा।