Apr 25, 2022
जोड़ों की दर्द निवारक खाने से उसका शरीर फूल गया था, दाने निकल आये थे, मिर्गी भी आ रही थी |
हाॅस्पिटल के तीन विभागों के विशेषज्ञ डाॅक्टरों की टीम ने इलाज कर उसे राहत दिलायी |
दरभंगा, 12 दिसम्बर: दवा के भयंकर रिएक्शन से परेशान 33 साल की महिला सईदा वाजिदा नुजहट को पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल, दरभंगा के तीन डाॅक्टरों की टीम ने इलाज कर राहत दिलायी। दवा के रिएक्शन से उसका पूरा शरीर फूल गया था, पूरे शरीर पर जहां-तहां दाने (पिम्पल्स) निकल गये थे और मिरगी भी आती थी। दवा के रिएक्शन से बचाने के लिए उसे एक अन्य हाॅस्पिटल में भर्ती किया गया जहां उसकी स्थिति में सुधार न होते देख उसे पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां डाॅक्टरों की टीम ने इलाज कर उसे पूर्णतः ठीक कर दिया।
शरीर में जोड़ों के दर्द से पीड़ित महिला को एक डाॅक्टर से दिखाया गया जिसने उसे एक ऐसी दवा दी जिसका उसके शरीर पर भयंकर रिएक्शन हुआ। वह घंटो रोती रही तथा पूरा शरीर फूल गया, दाने निकल आये तथा मिरगी आने लगी तब उसके परिजनों ने उसे एक हाॅस्पिटल में भर्ती कराया, पर वहां स्थिति में परिवर्तन न आने पर पारस हाॅस्पिटल में हाॅस्पिटल में मेडिसीन के डाॅ. ए.के. गुप्ता के अंदर में भर्ती किया गया। डाॅ. गुप्ता के इलाज में उसकी स्थिति में सुधार आया। इसके बाद जोड़ों के दर्द के लिए हाॅस्पिटल के रूमैटोलाॅजिस्ट डाॅ. शिव कुमार सुमन के पास रेफर किया गया। इनके इलाज से उसके जोड़ों के दर्द कम होने लगे। डाॅ. सुमन ने मिर्गी के इलाज के लिए महिला को हाॅस्पिटल के न्यूरोलाॅजिस्ट डाॅ. मो. यासिन के पास रेफर किया। हाॅस्पिटल में 10 दिनों के इलाज के बाद उसके शरीर में उग आये दाने गायब होने लगे, मिर्गी भी जाती रही तथा जोड़ों का दर्द भी खत्म हो गया। वह पूर्णतया ठीक है।
म्हिला सईदा और उसके परिजनों ने सफलतापूर्वक इलाज करने के लिए तीनों डाॅक्टरों और पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल को तहेदिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पारस हाॅस्पिटल में डाॅक्टरों की टीम इलाज करती है, इसी के कारण यहां मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज हो पाता हैं अगर हम पारस हाॅस्पिटल में अपने मरीज को नहीं भर्ती करते तो उसकी स्थिति और भी दुर्भाग्यपूर्ण हो सकती थी।