Apr 25, 2022
पारस हाॅस्पिटल में पुरूष के गुप्तांग में घुसे बिजली बल्ब को निकाला गया
बिहार के प्रसिद्ध सर्जन डाॅ. ए. ए. हई ने बिना अंग की क्षति पहुंचाये आॅपरेशन कर बल्ब को अनामत निकाला |
आॅपरेशन के दौरान काफी मशकत करनी पड़ी जरा सी चूक से बल्ब फूट सकता था, साथ आंत बगैरह को क्षति पहुंच सकती थी |
मरीज ने खुद घुसा लिया था पुराने तरीका का बिजली बल्ब, चार दिनों तक नहीं निकलने पर पारस एचएमआरआई हाॅस्पिटल में भर्ती हुआ |
पटना 27 दिसम्बर 2018: पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार, पटना में एक अद्वितीय आॅपरेशन किया गया है, लेकिन मरीज किसी बीमारी से ग्रसित नहीं था। मरीज 58 साल का एक पुरूष है जिसने अपने गुप्तांग (पैखाना मार्ग) में बिजली का बल्ब घुसा लिया था, वह भी पूरे होशो-हवास में। बल्ब न तो सीएफएल है, न ही एलईडी बल्कि पुराने तरीका का बिल्कुल उजला बल्ब जिसमें भीतर के तार बगैरह स्पष्ट रूप से दिखते हैं। घटना के चार दिनों तक मरीज खुद इसे निकालने का प्रयास करता रहा, पर वह निकालने के प्रयास के कारण और अंदर चला जाता रहा। इस दौरान उसका नित्य क्रिया-कर्म बिल्कुल ठप पड़ गया और बेचैन होकर वह पारस हाॅस्पिटल आया जहां बिहार के प्रसिद्ध सर्जन डाॅ. ए. ए. हई ने बगैर उसके आंत को क्षति पहुंचाये नीचे से ही आॅपरेशन कर निकाल दिया। बड़ी मशकत से जटिल आॅपरेशन कर उसे राहत दिलायी गयी।
यह जानकारी देते हुए हाॅस्पिटल के जेनरल सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डाॅ. हई ने कहा कि मरीज को पूर्ण बेहोश कर आॅपरेशन किया गया जिसमें काफी समय लगा। उन्होंने कहा कि जरा सी चूक से बल्ब के फूटने तथा आंत को क्षति पहुंचने का खतरा हो सकता था। इसलिए बड़ी सावधानी से आॅपरेशन को अंजाम दिया गया। इसी का परिणाम था कि बिना किसी अंग को क्षति पहुंचे बल्ब को अनामत निकाला जा सका। डाॅ. हई ने इस आॅपरेशन में अपने सहयोगी डाॅक्टरों की भूमिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि मरीज अभी हाॅस्पीटल में भर्ती है, एक दो दिनों में इसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी। डाॅ. हई की टीम में डाॅ. दीपिका, डाॅ. एम.ए. हई तथा डाॅ. श्रीनारायण शामिल थे।