Apr 25, 2022
डाॅ. ज्योति प्रकाश कर्ण, डाॅ. ए. के. गुप्ता तथा डाॅ. अजय कुमार लाल दास ने सैकड़ों हृदय और मधुमेह पीड़ित रोगियों का इलाज किया |
दरभंगा, 27 सितम्बर: विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल, दरभंगा में हृदय एवं मधुमेह रोगियों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया जिसमें इन बीमारियों से पीड़ित मरीजों का मुफ्त में इलाज किया गया तथा ईसीजी और ब्लड शुगर की मुफ्त में जांच भी की गयी। हाॅस्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. ज्योति प्रकाश कर्ण, डाॅ. ए. के. गुप्ता और मधुमेह (डायबिटीज) रोग के विशेषज्ञ डाॅ. अजय कुमार लाल दास ने मरीजों का इलाज किया।
इस मौके पर डाॅ. ज्योति प्रकाश कर्ण ने हृदय रोग तथा मधुमेह की बीमारी से बचने के विभिन्न तरह के उपाय बताये। उन्होंने कहा कि मधुमेह से पीड़ित मरीजों में कार्डियोवेस्कुलर रोगों के बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। शरीर में अधिक ग्लोकोज बनने से हृदय की नलियों पर बुरा असर पड़ता है जिसके कारण नालियों में चर्बी जम जाती है। इतना ही नहीं मधुमेह रोगियों में दूसरों से अधिक कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर बढ़ने का भी खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रतिदिन व्यायाम कर अपना वजन नियंत्रित कर ले तो वह हृदय रोग से बच सकता है क्योंकि भारी भरकम शरीर में हृदय रोग होेने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा सिगरेट, बीड़ी न पिये तथा शराब से दूर रहे तो इस रोग से बचा जा सकता है। वैसे बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद हृदय रोगियों की संख्या में 25 प्रतिशत की गिरावट आयी है।
मधुमेह रोगियों को हृदय रोग एवं बी.पी. से बचने के उपायों की चर्चा करते हुए डाॅ. कर्ण ने कहा कि वे अपना ब्लड शुगर, बी.पी. और कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखकर हृदय रोग से बच सकते हैं। उन्हें रोजाना व्यायाम करना चाहिए, संतुलित भोजन लेना चाहिए तथा अपने शरीर के वजन को न बढ़ने देना चाहिए। नियमित डाॅक्टर से सलाह लें तथा जरूरी जांच करवाते रहें। उन्होंने कहा कि जीवन में तनाव से लड़ने के लिए लोग खैनी, बीड़ी, सिगरेट तथा शराब का सेवन करने लगते हैं जिसका बुरा असर शरीर पर पड़ने लगता है और लोग कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। नौकरी पेशा वाले लोगों की चर्चा करते हुए डाॅ. कर्ण ने कहा कि वे कार्यालय में लंबे समय तक अवश्य काम करें लेकिन एक खास अंतराल के बाद उन्हें बीच-बीच में पांच मिनट टहल लेना चाहिए। इसके अलावा लोगों को अपने हृदय, ब्लड शुगर तथा बी.पी. की जांच समय≤ करवाते रहनी चाहिए और सीने में दर्द को गंभीरता से लेना चाहिए। इसके लिए उन्हें डाॅक्टर से सलाह भी लेनी चाहिए।